टंडवा के विस्थापितो को दरकिनार कर हजारीबाग के लोगों को दिया गया सुरक्षा गार्ड की नौकरी

एनटीपीसी के अधीनस्थ भेल कम्पनी के जीएम नवीन सक्सेना व वीके सिंह की मनमानी नहीं चलेगी : बाल कृष्ण यादव

बाल कृष्ण यादव
बाल कृष्ण यादव

टंडवा के विस्थापितो व प्रभावितों को दरकिनार कर हजारीबाग के लोगों को दिया गया सुरक्षा गार्ड की नौकरी कम्पनी द्वारा परियोजना के भूदाताओं का है अपमान।

टंडवा : कथित रूप से औद्योगिक प्रखंड के रूप में पहचाने जाने वाले प्रखंड के युवाओं के दर्द को सुनने और समझने वाला कोई नहीं है, आज जहां टंडवा प्रखंड में दर्जनों करोड़ो की बड़ी बड़ी परियोजनाएं स्थापित हैं, परन्तु यहां के हजारो शिक्षित युवा आज भी बेरोजगार हैं।

आज स्थिति यह कि परियोजना क्षेत्र के बेरोजगार युवा जिनका अपना पुस्तैनी व पैतृक जमीन एनटीपीसी परियोजना में चला गया वह आज रोजगार के लिए दर दर भटक रहे हैं और दुर्भाग्यवस उनका सुनने वाला कोई नहीं है, कोई भी इन युवाओं के पक्ष से बात करना परियोजनाओं से अपना अधिकार मांग रहे युवाओं का हमदर्द बनकर समर्थन नहीं करना चाहते हैं।

ऐसे में इन्हीं बेरोजगार युवाओं के उस जख्म पर एनटीपीसी के अधीनस्थ भेल कम्पनी के वर्तमान जीएम नीवन सक्सेना व एजीएम वीके सिंह के द्वारा नमक-मिर्च लगाकर रगड़-रगड़ कुरेदा जा रहा है। और यह बिश्वास दिलाने का प्रयास किया जा रहा है कि टंडवा के लोग दर दर भटकने के लिए हीं हैं, ज्ञात हो कि वर्तमान में भेल कम्पनी द्वारा नये कम्पनी को सुरक्षा गार्ड बहाल करने की ठेका दिया गया है।

उक्त नये कम्पनी द्वारा 70 सुरक्षा गार्ड जो पहले से नौकरी कर रहे हैं उनका भी वेतन कम कर दिया गया है। अमुमन नौकरी कर रहे लोगों का वेतन बढ़ता है लेकिन यह पहली भेल कम्पनी है जो इतिहास रचने का प्रयास कर अपने हीं सुरक्षा में लगे कर्मचारियों का वेतन कम करती है।

साथ हीं कम्पनी द्वारा अतिरिक्त सुरक्षा गार्ड का बहाली किया जा रहा है जिसमें विस्थापित 6 गांव व प्रखंड के लोगों को प्राथमिकता ना देकर, दुसरे जिला हजारीबाग के केरेडारी से युवा कि बहाली कर रहे हैं। जबकि यहां दर्जनों बेरोजगार युवाओं द्वारा भेल के दरवाजे कि चौखट तक जाने पर भी निराशा और जीएम द्वारा अपमानित हीं किया गया है।

इस मामले पर टंडवा के युवा समाजसेवी बाल कृष्ण यादव संबंधित कम्पनी की अधिकारी से फोन पर बात कर इस विषय को उठाया तो उनके द्वारा बताया गया कि भेल के जीएम के कहने पर हमने उस लड़के को रखा है जो भेल के जीएम का ड्राईवर था।

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इस मामले पर बाल कृष्ण यादव ने युवाओं से आह्वान किया है कि कम्पनी के गलत नीतीओं व मनमानी के खिलाफ अपने अधिकारों व सम्मान की रक्षा के लिए संगठित होकर आवाज उठाने की बात कही। साथ हीं उन्होने आरोप लगाया है कि भेल कम्पनी के एक ठीकेदार के गलती से इसके पहले भी 6 लोग जले थे जिनको टंडवा सीओ व सिमरिया एसडीओ के आदेश के बावजूद भी मुआवजा नहीं दिया गया। कम्पनी पहले से हीं मनमानी करते आ रही है जो अब नवीन सक्सेना व वीके सिंह का चरम पर है।

वर्तमान में यह समय कि मांग है कि भेल कम्पनी के मनमानी के खिलाफ एनटीपीसी परियोजना के अधिकारियों द्वारा जरूरी आवश्यक हस्तक्षेप करें और विस्थापितों व प्रभावितों को उनका अधिकार व सम्मान दिलाएं। नहीं तो जब युवाओं द्वारा हुंकार भरा जाएगा तो भेल जीएम व एजीएम का कथित सिंहासन हिलने व डुलने लगेगा।

साथ हीं उन्होने मांग किया है कि अविलंब बाहर से नौकरी पर रखे गये व्यक्ति को बाहर कर टंडवा के युवाओं को मौका दिया जाए और वर्तमान में नौकरी कर रहे 70 सुरक्षा गार्डों का काटा गया वेतन पहले मिल रहे वेतन के बराबर किया जाए।

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सुधीर इस हिंदी ब्लॉग के Founder हैं. वो एक Professional Blogger हैं जो इतिहास Technology, Internet ,समाचार से जुड़ी विषय में रुचि रखते है. सुधीर वेबसाइट होस्टिंग भी प्रदान करते है. वो पेसे से पत्रकार भी है, उन्हें किसी भी विषय पर रिसर्च करना अच्छा लगता है.

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