बजरंग दल क्या है?, बजरंग दल के कार्य, बजरंग दल (Bajrang dal) की कार्य पद्धति |Bajrang Dalकी जानकारी हिंदी में जानने के लिए आप vhp के Official website पर विजिट कर सकते हैं।
विश्व हिंदू परिषद के युवा इकाई Bajrang dalकी कार्य पद्धति क्या है? बजरंग दल की स्थापना कब हुई? इन सब विषयों को आज हम आपके समक्ष इस लेख के माध्यम से रखने वाले हैं।
बजरंग दल विश्व हिंदू परिषद की युवा इकाई यह हम सभी जानते हैं। आज हम आपको Bajrang dal के कार्य पद्धति से लेकर उसके कौन-कौन से कार्य हैं इस विषय पर विस्तृत रूप से जानकारी देने वाले हैं अगर आप बजरंग दल की कार्य पद्धति को जानना चाहते हैं तो यह पोस्ट आपके लिए बहुत ही अच्छा है तो चलिए जानते हैं Bajrang dal के बारे में।
बजरंग दल क्या है | What is Bajrang dal
बजरंग दल Bajrang dal विश्व हिंदू परिषद की युवा इकाई है । इसका उद्देश्य हिंदू युवकों को शक्तिशाली एवं सामर्थ्यवान बनाकर उन्हें राष्ट्र,धर्म एवं संस्कृति की रक्षा के लिए आगे लाना है। बजरंग दल का धेय्य ” राम काज किन है बिनु मोहि कहां विश्राम है” , बजरंग दल का घोष – जयकारा वीर बजरंगी हर हर महादेव है तथा बजरंग दल का बोध सूत्र सेवा सुरक्षा संस्कार है।
बजरंग दल की स्थापना कब हुई?
बजरंग दल की स्थापना 8 अक्टुबर 1984 को अयोध्या में हुई। ‘‘श्रीराम जानकी रथ यात्रा’’ अयोध्या से प्रस्थान के समय तत्कालीन सरकार ने सुरक्षा देने से मना कर दिया उस समय संतो के आवाहन पर विश्व हिन्दू परिषद द्वारा वहां उपस्थिति युवाओं को यात्रा की सुरक्षा का दायित्व दिया। श्रीराम के कार्य के लिए हनुमान सदा उपस्थित रहे है। उसी प्रकार आज के युग में श्रीराम के कार्य के लिए यह बजरंगियों की टोली ‘‘बजरंग दल’’ के रूप में कार्य करेगी। Bajrang dal का संगठन किसी के विरोध में नही बल्कि हिन्दूओं को चुनोती देने वाले असमाजिक तत्वों से रक्षा के लिये हुआ। उस समय केवल स्थानीय युवाओं को ही दायित्व दिया गया जो श्रीराम जन्मभूमि आन्दोलन के कार्यो में सक्रिय रह सके। देश भर के युवा राष्ट्र और धर्म के कार्य के लिये आतुर थे माने वह प्रतीक्षा ही कर रहे थे, जैसे ही अवसर आया सम्पूर्ण देश की राष्ट्रभक्ति तरूणाई बजरंगदल के रूप में प्रकट हो गयी। तब से लेकर आज तक बजरंग दल पूरे भारतवर्ष में युवाओं का एक सबसे बड़ा संगठन बनकर उभर गया है।
बजरंग दल के कार्य पद्धति क्या है?
बजरंग दल के कार्य पद्धति को मुख्यतः तीन भागों में बांटा गया है
▪️ संगठनात्मक
▪️ आंदोलनात्मक
▪️ रचनात्मक
बजरंग दल के संगठनात्मक कार्य
बजरंग दल के संगठनात्मक कार्य की बात करें तो इसमें प्रत्येक गांव/मुहल्ले के हिंदू युवाओं से संपर्क बनाकर इस संगठन का सदस्य बनाना, और संगठन के कार्यों के बारे में उनको बताना साथ ही साथ प्रत्येक गांव मोहल्ले में संगठन विस्तार करके सप्ताहिक मिलन केंद्र चलाना जहां पर बजरंग दल का सक्रिय सदस्य है वहां पर अखाड़ा यानी शारीरिक विकास केंद्र चलाना, सप्ताहिक मिलन केंद्र चलाना इत्यादि है।
Bajrang dal सप्ताहिक मिलन केंद्र
जिस गांव मोहल्ले में Bajrang dalकी समिति होती है वहां उक्त समिति के द्वारा सप्ताहिक मिलन केंद्र चलाया जाता है यह सप्ताह में 1 दिन सुविधा के अनुसार किया जाता है। यह सप्ताहिक मिलन केंद्र गांव या मोहल्ले जहां पर समिति हो उपयुक्त स्थान देखकर एक से डेढ़ घंटे के लिए सभी कार्यकर्ता एक साथ बैठते हैं और विधिवत कार्यक्रम को शुरुआत करते हैं । तत्पश्चात हिंदुत्व से संबंधित घटनाओं की जानकारी एवं स्थानीय समस्याओं पर चर्चा और उसका निवारण पर योजना बनाकर कार्य करते हैं। इस मिलन केंद्र में हनुमान चालीसा का पाठ भी नियमित रूप से होता है और इस केंद्र में राजनीतिक विषयों पर चर्चा नहीं होती है केवल हिंदू समाज और समाज से संबंधित समस्याओं और उनके निवारण पर चर्चा होती है।
अखाड़ा यानी शारीरिक विकास केंद्र
बजरंग दल Bajrang dal के कार्यकर्ता जिस भी गांव क्षेत्र में रहते हैं वहां के युवकों को शारीरिक रूप से सक्षम बनाने के लिए प्रत्येक दिन 1 घंटे का अभ्यास होता है इस अभ्यास में व्यायाम, योग, सूर्य नमस्कार, दंड चलाने का अभ्यास, जूडो कराटे का अभ्यास के साथ-साथ कबड्डी, खो-खो एवं शारीरिक रूप से मजबूत बनाने वाले खेल खेले जाते हैं । जिससे Bajrang dalके कार्यकर्ताओं को शारीरिक विकास होने के साथ-साथ मजबूत यानी बालिष्ठ और सांहसी बनते हैं।
बजरंग दल के वार्षिक उत्सव एवं कार्यक्रम
बजरंग दल के वार्षिक उत्सव और कार्यक्रम मुख्य रूप से पांच तय किए गए
▪️ बलोपासना दिवस (हनुमान जयंती)
▪️ अखंड भारत संकल्प दिवस(14 अगस्त)
▪️ अमरनाथ साहसिक यात्रा( सावन के महीने में)
▪️ हुतात्मा दिवस(बलिदान दिवस)
▪️ शौर्य दिवस(6 दिसंबर)
बजरंग दल के आंदोलनात्मक कार्य
हम सब जानते हैं कि हिंदुत्व और हिंदुत्व की स्वाभिमान की रक्षा हेतु हम सबो को कई आंदोलनों की आवश्यकता पड़ती है। आंदोलन के माध्यम से जन जागरण कर समाज को उसके अधिकार के लिए योग्य बनाना संभव है। इसलिए बजरंग दल में आंदोलन कार्य की विशेष आवश्यकता है क्योंकि बजरंग दल की शुरुआत ‘श्री राम जन्मभूमि मुक्ति आंदोलन’ से ही हुआ है। जैसा कि बजरंग दल का बोध सूत्र ‘सेवा सुरक्षा और संस्कार’ से समाहित है उसी प्रकार लोकतांत्रिक, मर्यादित ढंग से आंदोलन कर धर्म संस्कृति एवं समाज के स्वाभिमान की रक्षा करना बजरंग दल का मुख्य उद्देश्य है।
बजरंग दल के आंदोलन के कुछ विषय इस प्रकार से हैं- धर्म स्थल के संरक्षण और सुरक्षा के लिए आंदोलन करना, धर्मांतरण को रोकना, गोवंश की रक्षा, माता बहनों की रक्षा, सामाजिक कुरीतियों, घुसपैठ ,सांस्कृतिक प्रदूषण के विरोध एवं राष्ट्र विरोधी कार्य एवं तत्वों के विरोध में आंदोलन करना ।
बजरंग दल के सेवा कार्य
बजरंग दल के सेवा कार्य (रचनात्मक कार्य) वैसे तो बजरंग दल के बहुत सारे सेवा कार्य आपको देखने को मिल जाएंगे और आप हमेशा न्यूज़ में देखते रहते हैं की बजरंग दल के कार्यकर्ता कैसे अपने हिंदू समाज को सेवा प्रदान करते रहता है। जैसा कि आज भी हमारे समाज का बहुत बड़ा भाग शिक्षा ना होने के कारण बहुत पिछड़ा व दलित और शोषित है।उनका विकास अच्छे ढंग से नहीं हो पाने के कारण वाह सामाजिक संस्कार से भी दूर है बजरंग दल संपूर्ण समाज को शिक्षित सबल सक्षम एवं स्वाभिमानी बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके लिए बजरंग दल समाज के योग्य श्रेष्ठ एवं सक्षम लोगों की सहयोग से हर संभव सेवा कार्य करते रहते हैं। हम जानते हैं “सर्व भवन्तु सुखिनः सर्वे संतु निरामया” हमारे संस्कृति का आधार है।
बजरंग दल के सेवा कार्यो की सूची
वैसे तो बजरंग दल की सेवा कार्यकी सूची बहुत लंबी है परंतु हम आपके सामने कुछ सेवा कार्य को बताने जा रहे हैं जो इस प्रकार से है –
- बाल संस्कार केंद्र चलाना।
- चिकित्सा सेवा चलाना।
- दलित पिछड़ा सेवा बस्ती में ज्यादा से ज्यादा सेवा कार्य प्रदान करना।
- रक्तदान करना वह रक्तदान शिविर लगाना।
- अस्पताल में जाकर रोगियों की देखभाल करना
- वृक्षारोपणकरना और समाज को वृक्षारोपण के लिए जागृत करना।
- युवाओं के स्वरोजगार हेतु तकनीकी प्रशिक्षण देना।
- गरीब छात्र छात्राओं हेतु निशुल्क कोचिंग संचालित करना।
- सरकारी योजनाओं के लिए सामाजिक जन जागरण में सहयोग करना।( कोरोनावायरस टीकाकरण पल्स पोलियो टीकाकरण वृक्षारोपण इत्यादि शामिल है।)
- पुस्तकालयों का संचालन करना ।
- हिंदू मठ मंदिर मैं व्यवस्था एवं सुरक्षा प्रदान करना।
- धार्मिक मेले में या त्योहारों में श्रद्धालुओं की सेवा करना।
बजरंग दल कौन कौन से राज्यों में हैं ?
बजरंग दल भारत के लगभग सभी राज्यों में है जैसे :
- अरुणाचल प्रदेश – बजरंग दल
- असम – बजरंग दल
- आंध्र प्रदेश -बजरंग दल
- उड़ीसा – बजरंग दल
- उत्तर प्रदेश -बजरंग दल
- उत्तराखंड – बजरंग दल
- कर्नाटक – बजरंग दल
- केरल – बजरंग दल
- गुजरात – बजरंग दल
- गोवा – बजरंग दल
- छत्तीसगढ़ – बजरंग दल
- झारखंड – बजरंग दल
- तमिलनाडु – बजरंग दल
- तेलंगाना -बजरंग दल
- त्रिपुरा – बजरंग दल
- नागालैंड – बजरंग दल
- पंजाब – बजरंग दल
- पश्चिम बंगाल – बजरंग दल
- बिहार – बजरंग दल
- मणिपुर – बजरंग दल
- मध्य प्रदेश – बजरंग दल
- महाराष्ट्र – बजरंग दल
- मिज़ोरम – बजरंग दल
- मेघालय – बजरंग दल
- राजस्थान – बजरंग दल
- सिक्कम – बजरंग दल
- हरियाणा – बजरंग दल
- हिमाचल प्रदेश. – बजरंग दल
बजरंग दल प्रार्थना
i। बजरंग दल प्रार्थना i।
शिवं शास्वतं रामदूतं बलिष्ठं ।
प्रदीप्ताननं वानराणामघीशं ।
गुणानां निधानं वरं वायुपुत्रं ।
मनोवेगवन्तं नमामो वयं त्वाम् ।।1il
शुभे वत्सले मातृभूमे नमस्ते । त्वमेवासि माता विधात्री घरित्री ।
सदाभारतं भारतं भव्यवर्ष ।
पुनश्चात्र कर्तुम समर्था भवाम ।।2il
स्वदेशं स्वधर्मम् च पातुं प्रयच्छ ।
बलं साहसं धैर्यमाचार शीलम् ।
विभो देहि चास्मत्कृते त्वं सहर्षम्।
श्रुत ब्रह्मचर्यम् कलाकौशलंच।।3il
अये वीरस्वामिन् वयं प्रेरिता:स्म:।
त्वया कर्म कर्तुम स्वदेशाय नित्यम।
सुशक्तम् दल स्यादतो हिन्दुयूनां।
वयं सेवका निर्भयास्ते भवाम।।4i।
बजरंग बली की जयil
भारत माता की जयil
मित्रों यह थी Bajrang dal जो विश्व हिंदू परिषद की युवा इकाई है। इसके बारे में संक्षिप्त जानकारी मैंने आपको इस लेख के माध्यम से देने का छोटा सा प्रयास किया हूँ। अगर यह जानकारी आपको अच्छी लगी हो तो अपने दोस्तों परिवार जनों के साथ साझा अवश्य करें और साथ ही साथ इसे सोशल मीडिया के माध्यम से अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने का कार्य करें। ऐसा करने से हमें मनोबल मिलता है और हम आपके लिए अच्छे से अच्छे लेख लिखने का प्रयत्न करते हैं।
Bajrang dal join ke liye visit kare
लेखन – सुधीर कुमार,चतरा झारखंड।
Jai shri ram
जय श्री राम
देश का बल बजरंग दल
जय श्री राम
जय श्री राम
देश का बल बजरंग दल
जय श्री राम