माँ हिंदी की लाज -Maa Hindi Ki laaj हिंदी दिवस मना रहे छेड़कर लंबी तानमैं मूरख समझा किया माँ का यह अपमान बीती रात तमसभरी दिन आया घनघोरनिजगौरव को (0 टिप्पणियाँ)
कविताएँ
हे राम मेरे प्राण -जय-जयकार रहे तेरी सदा अयोध्या के राजा
हे राम मेरे प्राण जय-जयकार रहे तेरी सदाअयोध्या के राजाकरूं तेरे गुणों का गान मैंतू आ कि न आ जा करूं तेरे गुणों का गान मैं . . . . (0 टिप्पणियाँ)
तुझसे बिछुड़ क्यों आया - हिंदी भजन
तुझसे बिछुड़ क्यों आया - हिंदी भजन- नीलकंठ कैलाशपति तुझसे बिछुड़ क्यों आया नीलकंठ कैलाशपतिहे दीनों के नाथ !शीश विराजे चंद्रमावामांगे सजती (0 टिप्पणियाँ)
आ अब लौट चलें | हिंदी प्रेम गीत
आ अब लौट चलें - हिंदी प्रेम गीत आ अब लौट चलें संगणक-सी दिन गिनती जाऊंगिन-गिन लागे ढेरस्मृति-पेटिका रिक्त है फिर भीदेखो तो इक बेर बन (0 टिप्पणियाँ)
अभी सवेरा दूर बहुत - हिंदी कविता , hindi kavita
अभी सवेरा दूर बहुत - हिंदी कविता- Hindi कविता अभी सवेरा दूर बहुत- हिंदी कविता ठंड से ठिठुरते पलों में जबकोई कहे मुबारक हो नया सालदीवार में (0 टिप्पणियाँ)
सुर आज रे मन कुछ ऐसे जगा - हिंदी गीत, Hindi Geet
सुर आज रे मन कुछ ऐसे जगा - समय के साथ कहीं आस की प्यास रीत न जाए रे मन,हिंदी गीत, Hindi Geet सुर आज रे मन कुछ ऐसे जगा पथिक नयनों से रस्ते (0 टिप्पणियाँ)