हे राम मेरे प्राण जय-जयकार रहे तेरी सदाअयोध्या के राजाकरूं तेरे गुणों का गान मैंतू आ कि न आ जा करूं तेरे गुणों का गान मैं . . . . (0 टिप्पणियाँ)
लेखक: सुधीर कुमारश्रेणी: कविताएँ
हे राम मेरे प्राण जय-जयकार रहे तेरी सदाअयोध्या के राजाकरूं तेरे गुणों का गान मैंतू आ कि न आ जा करूं तेरे गुणों का गान मैं . . . . (0 टिप्पणियाँ)