कोरोना संक्रमण Coronavirus से बचाव हेतु रोगों से लड़ने की क्षमता को बढ़ाने के घरेलू उपाय

जैसा की हम जानते है की coronavirus in india में बहुत प्रभावी तरीके से फ़ैल चूका है और यह हमारे देश के साथ साथ विश्व के सभी देशो की अर्थव्यवस्था को तोड़ कर रख दिया है .

आइये जानें मौजूदा समय में जारी तीव्र कोरोना संक्रमण Coronavirus से बचाव हेतु अपने शरीर की इम्युनिटी यानी रोगों से लड़ने की क्षमता को बढ़ाने के कुछ आसान (घरेलू) उपाय व एहतियात

Coronavirus से बचाव हेतु रोगों से लड़ने की क्षमता को बढ़ाने के घरेलू उपाय
Coronavirus से बचाव

1.) नियमित योगाभ्यास को अपनी दिनचर्या में शामिल करें
सर्वविदित है कि योग से हमारे शरीर को सात्विक ऊर्जा सहित बेहतर रोगरोधी क्षमता व रोगों से मुक्ति, मन को गहरी विश्रांति व तनावों से मुक्ति के साथ साथ हमें बुरी परिस्थितियों में भी समत्व बनाये रखने व बिना विचलित हुए उनका सामना कर पाने की आंतरिक शक्ति प्राप्त होती है। अभी विशेषकर कोविड 19 (Coronavirus)के तीव्र संक्रमण के मौजूदा दौर में जब मजबूत इम्युनिटी ही एकमात्र उपाय है, लगभग नगण्य खर्च पर खांटी देशी व अत्यन्त प्रभावकारी सहज, सुलभ व सुगम रूप से कई माध्यमों व रूपों में उपलब्ध होने के कारण दुनिया भर में योग की उपयोगिता बेहद बढ़ गयी है।
कोरोना संक्रमण से रक्षा के विशेष संदर्भ में सूर्य नमस्कार के सभी 12 आसन काफी उपयोगी हैं। विशेषकर भुजंगासन, धनुरासन, मत्स्यासन, अर्ध उष्ट्रासन, पवनमुक्तासन, शशकासन, मार्जारी आसान, ताड़ासन, मकरासन, कटिचक्रासन आदि का अभ्यास ऑक्सीजन लेवल को बढ़ाने के लिए काफी उपयोगी है। प्राणायामों में कपालभाति व भस्त्रिका (20-20 के तीन चक्र), भ्रामरी/उद्गीत (षण्मुखी मुद्रा में 5 श्वासों तक) व नाड़ीशोधन/अनुलोम-विलोम (9 चक्र तक) नियमित रूप से सुबह-शाम करना चाहिए। अंत में कम से कम 10 मिनट तक मैडिटेशन या योगनिद्रा का अभ्यास अवश्य करना चाहिए। प्रारम्भ में, किसी योग्य प्रशिक्षक का सहारा लेना बेहतर होता है।

2.) नियमित भाप लें
कोरोना के अत्यन्त तेज़ गति से बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सुबह-दोपहर-शाम तीनों समय प्रतिदिन भाप अवश्य लेना चाहिए। भाप लेते समय ध्यान दें कि 10 बार मुंह से भाप लेकर नाक से छोड़ें व अगली 10 बार नाक से भाप लेकर मुंह से छोड़ें। यह प्रारंभिक अवस्था में ही संक्रमण को खत्म कर देने का सर्वोत्तम व सबसे सुरक्षित घरेलू उपाय है जिसे सपरिवार प्रतिदिन जरूर किया जाना चाहिए।

3.) चीनी लेने से परहेज़ करें
चीनी का प्रयोग यथासंभव छोड़ देना चाहिए। आवश्यकतानुसार गुड़, मिसरी या खजूर आदि का प्रयोग स्वीटनर के रूप में किया जाना चाहिए।

4.) भरपूर गुनगुना जल लें
प्रतिदिन सुबह गुनगुना जल का भरपेट उषापान करना चाहिए। वर्तमान में 1 बड़े गिलास से भरकर गुनगुना पानी व इसमें आधा नीम्बू निचोड़कर लेना चाहिए। यदि मधुमेह की समस्या न हो तो एक-डेढ चम्मच शहद भी इसमें मिलाकर लेना चाहिए। वैसे भी अभी दिनभर गुनगुना जल ही पीना बेहतर है पर ध्यान रहे यह काफी गर्म न हो।

5.) हल्दी दूध लें
रात्रि को सोने के पूर्व एक कप गुनगुने दूध में चौथाई चम्मच हल्दी पावडर व 2-3 काली मिर्च/गोलकी के दाने पीसकर मिलाकर लेना चाहिए।

6.) फ़ास्ट फ़ूड व पैकेज्ड फ़ूड से बचें
इनसे बिल्कुल बचना चाहिए क्योकि इनमें प्रयुक्त preservatives हमारे इम्युनिटी को काफी नुकसान पहुंचाते हैं। इनकी जगह स्थनीय रूप से उपलब्ध फलों व सब्जियों का ज्यादा से ज्यादा सात्विक रूप से पकाकर लेना चाहिये। यानी डीप फ्राइद खाना न लें, बहुत ज्यादा तेल, मसाले, नमक, लाल मिर्च आदि का प्रयोग न करें।

7.) भरपूर नींद लें
सोशल मीडिया को मन व नींद पर हावी न होने दें। उन्हें लिमिट करते हुए सोने के समय अक्सर हम मोबाइल, टीवी, सोशल मीडिया आदि पर हावी ही जाते हैं जो कई बार हमारी मनःस्थिति व स्वाभाविक नींद को काफी नकारात्मक रूप से प्रभावित करती है जो अनिद्रा, अपच, विषाद, भय, चिड़चिड़ापन, थकान, मोटापा, आलस्य कमजोरी आदि सहित अनेक रोगों को जन्म देती है व अंततः हमारी इम्युनिटी को काफी घटा देती है। इस विषय में काफी जागरूक होने की आवश्यकता है। इसे आवश्यक बुराई मानते हुए विवेकपूर्ण तरीके से उपयोग करना चाहिए। अति आवश्यक हो तो बीच बीच में ब्रेक लेकर आंखों को घुमाने सहित थोड़ा-थोड़ा स्ट्रेचेज/प्राणायाम/ ध्यान या विश्राम अवश्य करना चाहिए।
विशेष कर बच्चों को इसके प्रति जागरूक करना अनिवार्य है क्योंकि उनकी स्क्रीन डिपेंडेंसी ऑनलाइन क्लासेज के कारण काफी बढ़ गयी है।
किसी भी हाल में नींद से समझौता अपनी इम्युनिटी से समझौता करने जैसा है।

8.) नियमित एक्सरसाइज करें
हर रोज हमें कम से कम आधे घंटे का समय एक्सरसाइज/योगाभ्यास/फिजिकल वर्कआउट/ एक्सरसाइज/योगाभ्यास/वॉकिंग/जॉगिंग आदि को जरूर देना चाहिए। कम से कम एक बार पूरे शरीर से पसीना आनेभर फिजिकल एक्सरसाइज हमारी इम्युनिटी को काफी हद तक बढा देता है। अपने साथ साथ परिवार के अन्य सदस्यों विशेषकर बच्चों को भी इसमें अवश्य शामिल करना चाहिए। जॉगिंग, रनिंग, पुश अप्स, स्ट्रेचेज, सीट अप्स सहित आसन, प्राणायाम और अंत में ध्यान या योगनिद्रा का अभ्यास हमें स्फूर्ति, ताज़गी, ऊर्जा व सकारात्मकता से भर देता है।

9.) रचनात्मक कार्यों से अपने मनोबल को उच्च बनाये रखें
हमारा शरीर हमारे मन व उसकी स्थिति का अनुगामी है। अतः नकारात्मक आचार-विचार-व्यवहार व संसर्ग से स्वयं को यथासंभव दूर रखें। बुरी से बुरी परिस्थिति में अपनी सोच को सकारात्मक बनाये रखें। योग, ध्यान, संगीत का अभ्यास व श्रवण , सत्संग, भजन, कीर्त्तन, रचनाकर्म, खेल, हास-परिहास, पेंटिंग, बागवानी, पूजा, सेवाकार्य, प्रेरक पुस्तकों का अध्ययन, मोटिवेशनल स्पीकर्स की बातों का श्रवण-चिंतन-मनन आदि अनेक कार्य हैं जो हमें काफी आंतरिक मजबूती प्रदान करते हैं व हमारी इम्युनिटी को बढ़ाती है।

10.) मुस्कुराते रहें-नक़ली ही क्यों न हो
संकल्प व सजगता के साथ अपनी मुस्कान बनाये रखें। यह सौ रोगों की एक दवाई है। यह हमें विषम परिस्थितियों में भी हल्काफुल्का व संतुलित रखता है व आसानी से उससे निकल पाने की क्षमता प्रदान करता है।

11.) सेंधा नमक लें
सामान्यतः सफेद समुद्री नमक की जगह सेंधा नमक का प्रयोग काफी लाभदायक पाया गया है। यह उच्च रक्तचाप के प्रबंधन में काफी सहयोगी है। परंतु निम्न रक्तचाप व थॉयरॉइड के रोगियों के लिए समुद्री आयोडाइज़्ड नमक लेना ही उचित है।

12.) अलुमिनियम के बर्तनों को करें गुडबाय
अनेक प्रयोगों से पाया गया है कि किसी भी तरह का भोजन पकाने या खाने के काम के लिए अलुमिनियम के बर्तन काफी हानिकारक हैं। अतः इनकी जगह कम से कम स्टील अथवा लोहे के बर्तनों का प्रयोग करना चाहिए। सम्भव हो तो पीतल या मिट्टी के बर्तन सर्वश्रेष्ठ होते हैं क्योंकि इनमें भोजन पकाने के क्रम में काफी कम मात्रा में पोषक तत्व नष्ट होते हैं, बल्कि कुछ वृद्धि ही होती है।

13.)फलों व सब्जियों का भरपूर सेवन करें
ज्यादा से ज्यादा कच्चे मौसमी फलों, हरी सब्जियो व स्प्राउट्स से भरपूर रंगबिरंगा शलाद बनाकर भरपेट सेवन करें। इनमें जल, फाइबर व खनिज लवण सहित भरपूर मात्रा में आवश्यक सभी पोषक तत्व मौजूद रहते हैं जो हमारी इम्युनिटी को कई गुना बढ़ा देता है।

14.)फिटकरी का प्रयोग करें
घर में पीने के पानी को फिटकरी के ढेले को जल में घुमाकर उपचारित कर लें। पीने के लिए इसका प्रयोग संक्रमण रोकने हेतु काफी उपयोगी पाया गया है।

15.)डर के आगे जीत है, आशावादी बनें-
शोधों से ज्ञात हुआ है कि जब हम डरे हुए होते हैं, निराश व असुरक्षित महसूस करते हैं, उस समय हमारे शरीर की इम्युनिटी बहुत कमजोर होती है। अतः बाहर की परिस्थिति कितनी ही खराब क्यों न हो जाये, हमे अंतिम क्षण तक आशावादी बने रहते हुए अपनी मनस्थिति को कभी टूटने या खराब नहीं होने देना चाहिए। कहा भी गया है, मुसीबत में घबराना अलग से एक मुसीबत है।

16.) प्रोन वेंटिलेशन/पोजीशन का आवश्यकतानुसार अभ्यास करें
शरीर में यदि आ ऑक्सीजन का लेवल ऑक्सीमीटर में 94 से कम हो तो इस तकनीक का सहारा लेना आपके लिए एक अत्यावश्यक व जीवन रक्षक घरेलू उपाय है। इसमें हर 3-4 धंटे के बाद करीब आधे घंटे तक पेट के बल लेटकर दोनों पैरों के नीचे दो तकिये, पेट के नीचे दो तकिये व गर्दन की नीचे एक तकिया रखकर विश्राम करना चाहिए। यह मैकेनिकल वेंटिलेशन से भी अधिक उपयोगी पाया गया है वह भी जीरो खर्च पर! जब शरीर में ऑक्सीजन का लेवल 94 से ऊपर आने लगे तो धीरे धीरे इसका अभ्यास कम किया जा सकता है।

17.) खुद को पूर्णतः ह्यड्रेटेड रखें
इस बात का बिल्कुल ध्यान रखें कि शरीर में जल की बिल्कुल कमी न हो। इसके लिए पानी की प्रचुरतावाले फलों, सब्जियों सहित डाभ का सेवन करना अत्यन्त लाभकारी है। भरपूर मात्रा में रोज पानी पिएं। यह हमारी इम्युनिटी के लिए बेहद जरूरी है। इससे विटामिन सी व जिंक की कमी को भी पूर्ण करने में काफी सहयोग मिलेगा।

18.) गिलोय, नीम्बू/संतरा, आंवला व तुलसी का नियमित सेवन करें
संभव हो तो गिलोय व तुलसी का काढ़ा खाली पेट प्रतिदिन लें। किसी भी रूप में आंवला प्रतिदिन जरूर लें। संतरा का जूस, नीम्बू का रस गुनगुने जल के साथ सेवन आदि काफी कारगर रूप से हमारी इम्युनिटी को मजबूत बनाते हैं।

19.) मैदा, रिफाइन तेल, पॉलिश राइस, डीप फ्राइड चीजों आदि से यथासम्भव बचें व इनकी जगह चोकर मिले आटे, ब्राउन राइस (देहाती चावल), धनिया, पालक, हरी अंकुरित मूंग, मूंगफली/बादाम आदि का प्रयोग करें।

20.) नारियल तेल की एक-दो बूंद प्रत्येक नासिका छिद्रों में डालकर सोएं। यह अनिद्रा, साइनस, एलर्जी सहित अनेक विकारों में काफी फायदेमंद है।

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और, हाँ साथियो!

सभी सुरक्षा उपायों का अनुपालन अवश्य करते रहें व टीका लेना बिल्कुल न भूलें!

इस कठिन मानवीय दौर में आपका शुभेक्षु
दीपक कुमार
दि आर्ट ऑफ लिविंग प्रशिक्षक
चतरा
9852834204

सुधीर इस हिंदी ब्लॉग के Founder हैं. वो एक Professional Blogger हैं जो इतिहास Technology, Internet ,समाचार से जुड़ी विषय में रुचि रखते है. सुधीर वेबसाइट होस्टिंग भी प्रदान करते है. वो पेसे से पत्रकार भी है, उन्हें किसी भी विषय पर रिसर्च करना अच्छा लगता है.

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